जब आप वक़्त का टूटा हुआ आईना देखते हैं तब पाते हैं कि आपके माथे की सलवटों में तकलीफ़ों के निशान कम और उन नेक इन्सानों के नाम की लकीरें ज्यादा है। वे इंसान जो आपको बचा कर ज़िंदगी के इस मुकाम तक लाये हैं। मगर मुहब्बत और ऐसी ही दूसरी बरबादियों की लकीरों के पार जाकर वे नाम पढ़ने के लिए चाहिए एक उम्मीद की रोशनी। वे मजे मजे के सात आठ दिन गुच्छे में बंधे हुये फूल गुलाब के किसी फोन के बहाने बार बार, सूरत चुपके से देख लेना चाँद की। सुबह नंगे पाँव फर्श पर चलते हुये सुनना रात की चादर में गुम, सब लड़ाइयाँ कि फिर से गिर पड़ना किसी पुराने प्यार में। * * * ये दुनिया इसीलिए इतनी सुंदर है कि इसके भीतर छिपे रहस्यों को आप कभी जान नहीं पाते हैं। मनुष्य का मन राख़ के नीचे छिपा हुआ अघोरी का बदन है जादू और भय से भरा हुआ। * * * प्रेम डरता रहता है, एक रात की सुकून भरी नींद से और सुबह आती है किसी खोये हुये ज़माने की चादर के नीचे से निकल कर अजनबी की तरह। मगर हम करते जाते हैं, प्रेम। * * * वह इतना स्ट्रेट फारवर्ड था कि उसके तरीकों से क्रूरता की बू आती हालांकि उसने सिर्फ ये तय कर...
[रेगिस्तान के एक आम आदमी की डायरी]