इस रुत Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps - August 12, 2017 तुरई के पीले फूलों पर भँवरे मंडराते रहे बेरी में घोंसला बनाती रही नन्ही काली चिड़िया बेशरम की बेल चढ़ गई नीम की चोटी तक मन, ख़रगोश घर के बैकयार्ड में खोया रहा। इस रुत कहीं जाने का मन न हुआ। Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps